Besics Farming ( मुलभूत शेती )_
मूलभूत शेती एक प्राकृतिक और मूल्यवान गतिविधि है जो मानव समाज के लिए खाद्य उत्पादों की आपूर्ति करती है। इसमें भूमि, जल, बिजली और मनुष्यी संसाधनों का प्रयोग किया जाता है। मूलभूत शेती का मुख्य उद्देश्य वनस्पति उत्पादन करना होता है, जिससे फल, सब्जियां, अनाज और अन्य खाद्य पदार्थ उत्पन्न होते हैं।
मूलभूत शेती की प्रमुख घटकों में खेती, उत्पादन प्रणाली, जलवायु, जमीन का प्रबंधन और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग शामिल होता है। खेती में बीज बोना, फसलों की देखभाल, उनकी सुरक्षा और पानी के उपयोग का प्रबंधन शामिल होता है। उत्पादन प्रणाली में उत्पादन की व्यवस्था, पशुपालन, कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग, और वित्तीय प्रबंधन शामिल होता है। जलवायु की सुविधा, मौसम पैटर्न, वर्षा और तापमान खेती के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। जमीन का प्रबंधन में मृदा गुणवत्ता, भूमि की उपयोगिता और कीटों क
और पशुओं का व्यवस्थापन शामिल होता है। प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग शामिल होता है जैसे कि वनस्पति, जीवाश्म, जैविक उर्वरक और पर्यावरण संरक्षण के उपाय।
मूलभूत शेती एक समग्र गतिविधि है जो समग्र खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह बेरोजगारी कम करने, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने, ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देने और आदर्श खेती प्रथाओं के प्रचार एवं प्रसार के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, मूलभूत शेती का ध्यान रखते हुए संगठनित किसानों के समूह, कृषि विज्ञान एवं तकनीक, बाजार पहुंच, किसानों की शिक्षा और प्रशिक्षण आदि के विकास पर भी बल दिया जाता है।
मूलभूत शेती एक सतत विकास और पर्यावरणीय सुस्थिति की सुनिश्चितता के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसमें सही जल संसाधन प्रबंधन, भूमि संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के साथ संगठित किसानी के प्रभाव को मिटाने
और प्राकृतिक संसाधनों के सुरक्षित उपयोग के लिए ध्यान दिया जाता है। उचित पेशेवरी और वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करके उत्पादकता बढ़ाने और खेती के प्रदर्शन को सुधारने का प्रयास किया जाता है। उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक, और कृषि मशीनरी के उपयोग से उत्पादन को अधिक उचित और प्रभावी बनाने का प्रयास किया जाता है।
इसके साथ ही, संवेदनशील खेती भी मूलभूत शेती का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रयास करती है कि खेती समुदायों की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए भूमि और जल संसाधनों को कम उपयोग करते हुए पर्यावरण को हानि न पहुंचाए। इसमें आपातकालीन खेती, जल संरक्षण की तकनीकें, सही उपज प्रबंधन, बायोगैस उत्पादन और संवेदनशील जैविक उर्वरकों का उपयोग शामिल होता है।
मूलभूत शेती उद्यानिकी, फलों और सब्जियों की खेती, अनाजों की उत्पादन पर प्रतिष्ठित है, जो आहार और पोषण की महत्वपूर्ण सामग्री प्रदान करत
ती हैं। इसके अलावा, मूलभूत शेती में दूध उत्पादन, मांस उत्पादन, चिकित्सीय औषधीय पौधों की खेती, औद्योगिक फसलों की खेती (जैसे कि कपास, जूट, तंबाकू), और वानिकी (वृक्षारोपण) भी शामिल होती है।
मूलभूत शेती का अभ्यास विभिन्न तकनीकों, प्रणालियों, और संगठनों के विकास के साथ अद्यतित होता रहता है। उदाहरण के लिए, इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम, हाइड्रोपोनिक्स, एरोपोनिक्स, एकुअपोनिक्स जैसी नवीनतम कृषि प्रणालियों का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही, नवीनतम कृषि तकनीकों, जैव प्रौद्योगिकी, जेनेटिक इंजीनियरिंग, स्मार्ट फार्मिंग और कृषि-आईओटी जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान और नवीनतम विकास पर भी ध्यान दिया जाता है।
मूलभूत शेती मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे हमें स्वस्थ और पौष्टिक आहार मिलता है और खाद्य सुरक्षा की गारंटी होती है। इसके साथ ही, इसस
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